FCU ( Fan Coil Unit )

FCU - FAN COIL UNIT
   FCU ‌ एक ऐसा संयत्र है। जिसके अंदर पतली पतली कापर की पाइप लगी होती है, जिसे क्वायल कहते हैं। तथा उसके पीछे एक को मोटर लगी होती है। जो ब्लोअर को को चलाती है। जब क्वायल से ठंडा पानी प्रवाहित होता है, और जब ब्लोअर चलती है, तो वह हवा ठंडी हो जाती है। जिससे रूम ठंडा होने लगता है। FCU इसी सिद्धांत पर कार्य करता है।
  FCU को हमेशा सेलिंग से ऊपर या छत से लटकाया जाता है। FCU और छत के बीच में वाइब्रेशन कंट्रोल करने के लिए आइसोलेटर का प्रयोग किया जाता है, जिससे छत को कोई हानि ना हो। 

FCU  की बाह्य संरचना:
 FCU के पिछले भाग में फिल्टर लगा होता है। जिससे हवा के साथ धुल व अन्य पार्टिकल वगैरह नहीं आता है। बाहर के साइड में तीन पाईप निकली होती है । तथा उसके साइड में एक पावर कनेक्शन के लिए बॉक्स दिया होता है। सबसे नीचे वाली पाइप ड्रेन के लिए होती है। नीचे से दूसरी पाइप को सप्लाई लाइन या इनलेट पाइप कहते हैं। तथा ऊपर वाली पाइप को रिटर्न लाइन या आउटलेट पाइप कहते हैं। FCU का ड्रेन कनेक्शन हमेशा यु ट्रैप  में किया जाता है।

Valve package: 
 
FCU को ऑपरेट तथा कंट्रोल करने के लिए chilled water pipe line और fcu के बीच में एक सिस्टम लगाया जाता है। जिसे valve package कहते हैं। वाल्व पैकेज इंस्टालेशन करते समय सबसे पहले हम बायपास बनाना होता है। जिससे फ्लशिंग की जाती है। यह एक महत्वपूर्ण भाग होता है, Valve package का।
  Chilled water pipe line हमेशा दो पार्ट में होती है। जिसे सप्लाई और रिटर्न कहते है। Suply पाइप लाइन को fcu के inlet में कनेक्शन किया जाता है। और return पाइप लाइन का कनेक्शन fcu के outlet me किया जाता है। यह बहुत ही महत्वपूर्ण पार्ट होता है, वाल्व पैकेज का।
 सप्लाई पाइप लाइन में बायपास के बाद stainer लगाया जाता है । ध्यान रखें की उसका डायरेक्शन water flows के दिशा में हो। उसके बाद टेस्ट प्वाइंट लगाया जाता है । और उसके बाद drain cock लगाया जाता है ताकि अगर कभी जरूरत पड़े तो हम fcu का वाटर रिलीज कर सके । उसके बाद फ्लेक्सिबल के माध्यम से fcu में कनेक्ट किया जाता है । अगर बगैर फ्लेक्सिबल का हम fcu में कनेक्ट कर देंगे तो fcu में मोटर लगी होती है। जब वो चलेगी तो पाइप लाइन को वाइब्रेट करेगी जिससे वाल्व पैकेज को नुकसान पहुंच सकता है इसके लिए फ्लेक्सिबल लगाना बहुत ही आवश्यक है।
  रिटर्न पाइप लाइन में बायपास के बाद सबसे पहले टेस्ट प्वाइंट उसके बाद PICV वाल्व उसके बाद फिर टेस्ट प्वाइंट, उसके बाद एयरवेंट और फ्लेक्सिबल के साथ fcu को कनेक्ट कर दिया जायेगा।

यह दो प्रकार का होता है । 

1. मैनुअल
2. रेडीमेड

1. मैनुअल वॉल्व पैकेज:
  इस तरह के valve package के सभी इक्विपमेंट को खुद पाइप और फिटिंग के माध्यम से हमको सही डायरेक्शन में लगाना होता है। जो थोड़ा मुस्किल और समय लगने वाला काम होता है। 
2. रेडीमेड वाल्व पैकेज:

 रेडीमेड वाल्व पैकेज लगाना मैनुअल की अपेक्षा थोड़ा आसान होता है। क्योंकि इसमें सभी जरूरी इक्विपमेंट पहले से ही लगे होते हैं। इसको हमे chilled water पाइप लाइन के डायरेक्शन के अनुसार कनेक्ट करना होता है।

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